हड़ताल रत संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को पूर्व विधायक सक्सेना ने दिया समर्थन
कोविड के समय संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने की सबसे ज्यादा मेहनत सरकार को तो इनके चरण धोने चाहिए- पूर्व विधायक रमेश सक्सेना
सीहोर। नियमितीकरण एवं अपनी अन्य मांगों को लेकर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी शहर के बाल विहार मैदान पर अनिश्चत कालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं। शनिवार को पूर्व विधायक और सहकारिता नेता रमेश सक्सेना कर्मचारियों के धरना स्थल पर पहुंचे, और आन्दोलन रत कर्मचारियों को अपना समर्थन दिया। इस मौके पर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने उन्हें ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्या से अवगत कराया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि कर्मचारियों की मांगे जायज हैं। क्योंकि इन लोगों को नौकरी करते हुए दस से पन्द्रह साल हो चुके हैं, मुख्यमंत्री भी कह चुके हैं, इसका हल निकाला जाएगा। कई कर्मचारी ओवर ऐज भी हो चुके हैं आगे कहीं नौकरी भी नहीं मिलना है। कोविड के समय मेहनत तो सभी ने की है, लेकिन संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने जितनी मेहनत की है यह चरण धोने के लायक है। सरकार को इन लोगों के चरण धोने चाहिए। जिस समय कोई घर से बाहर नहीं निकल रहा था, सभी अपने अपने घरों में बैठे हुए थे। हम राजनेता भी अपने घरों में बैठे हुए थे। रिश्तेदार और अपने परिवार के लोगों को भी लोग देखना पसंद नहीं कर रहे थे। ऐसे कठिन समय में इन्होंने जो जनता की सेवा की है वह सराहनीय है। इन्हें मैं सलाम करता हूं और मुख्यमंत्री से निवेदन करता हूं कि इनकी समस्या का शीघ्र समाधान किया जाए। वरना ये ज्वाला मुखी फूटेगा तो न जानें क्या होगा। उन्होंने कर्मचारियों की हड़ताल का समर्थन करते हुए कहा कि यदि आप सड़क पर उतर कर संघर्ष करने की तैयारी करेंगे तो हम सड़क पर आपके साथ होंगे। मुख्यमंत्री तो कई तरह की घोषणाएं करते रहते हैं। वह घोषणावीर के नाम से प्रसिद्ध हैं, यह चुनावी वर्ष है इसलिए संघर्ष जारी रखें इस बार सरकार की जमीन खिसक चुकी है, और यह सरकार को भी पता चल गया है, कि जमीन खिसक चुकी है, बची हुई जमीन को बचाने के लिए हो सकता है आपके पक्ष में निर्णय ले लें क्योंकि एक एक वोट की कीमत है। अहंकार तो राजा रावण का भी नहीं रहा, इस समय मुख्यमंत्री राजा रावण की भूमिका में नजर आ रहे हैं।



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