51 ब्राह्मण के द्वारा किया जाएगा मां लक्ष्मी और श्रीयंत्र अनुष्ठान
सीहोर लगातार पांच दिनों में 16 हजार से अधिक सामग्री से की जाएगी मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना
सीहोर। प्राचीन काल में ऋषि-मुनियों द्वारा राजाओं-महाराजाओं के यहां स्थाई सुख शांति हेतु समय-समय परपूजा-पाठ अनुष्ठान किये जाते थे जिस कारण पीढ़ी दर पीढ़ी समृद्धता बनी रहती थी। इन्हीं अनुष्ठानों में से एक है महालक्ष्मी जी की एक अति दुर्लभ और अचूक अनुष्ठान जिसे सहस्त्ररूपा सर्वयापी लक्ष्मी कहा जाता है। इसको लेकर श्रीं शक्ति सेवा संस्थान एवं आचार्य अनिल सोनी के तत्वाधान में पांच दिवसीय स्फटिक श्री यंत्र प्राण-प्रतिष्ठ, महालक्ष्मी अनुष्ठान का आयोजन 51 से अधिक वेद पाठी ब्राह्मणों के द्वारा आगामी 20 अक्टूबर से शहर के भोपाल नाका स्थित कार्यमंगलम में किया जाएगा। इसके लिए यज्ञाचार्य पंडित पियूष शर्मा के मार्गदर्शन में कार्यक्रम का भूमि पूजन किया गया।
ज्योतिषाचार्यं अनिल सोनी ने बताया कि पांच दिवसीय श्री यंत्र प्राण प्रतिष्ठा, महालक्ष्मी अनुष्ठान के दौरान स्फटिक श्री यंत्र को 51 ब्राह्मणों के द्वारा सवा लाख महालक्ष्मी मंत्रो, 51 हजार महालक्ष्मी श्री सूक्त पुरूष सूक्त पाठ, श्रीयंत्र का प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान पूजन किया जाएगा। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण विभिन्न धार्मिक चैनल और इंटरनेट मीडिया प्लेट फार्म पर लाइव किया जाएगा। बड़ी संख्या में स्थानीय सहित देश के विभिन्ना राज्यों के श्रद्धालु महा आयोजन में ऑफ और ऑनलाइन सम्मिलित हो कर विशेष धार्मिक लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
पांच दिवसीय स्फटिक श्री यंत्र प्राण-प्रतिष्ठ, महालक्ष्मी अनुष्ठान का आयोजन 51 से अधिक वेद पाठी ब्राह्मणों के द्वारा आगामी गुरुवार को प्रथम दिन श्रीयंत्र आवरण पूजन, अभिषेक पंचामृत से किया जाएगा। जिसमें कुमकुम, हल्दी की गठान और अक्षत से सहस्त्रार्चन की जाएगी। आचार्य अनिल सोनी ने बताया कि उक्त इस आयोजन का यह दूसरा वर्ष है गत वर्ष लगातार 16 दिनों तक किया गया था, लेकिन इस वर्ष पांच दिवसीय अनुष्ठान का आयोजन किया जाएगा। जिसमें 16 हजार से अधिक वस्तुओं से सहस्त्रार्चन किया जाएगा। समिति ने क्षेत्रवासियों से उक्त दिव्य अनुष्ठान में सामिल होने की अपील की
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