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#माटी_गणेश_सिद्ध_गणेश
*जन अभियान परिषद की माटी गणेश सिद्ध गणेश की प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न
*पर्यावरण संरक्षण हेतु अपनी माटी, अपने गणेश बनाने का लिया संकल्प
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी के आह्वान पर मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद एवं नर्मदा समग्र के संयुक्त तत्वाधान में माटी गणेश सिद्ध गणेश अभियान की प्रदेश व्यापक पहल की प्रारंभ की गई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीमती पारुल उपाध्याय जिला समन्वयक म.प्र. जन अभियान परिषद जिला सीहोर, डॉ. ब्रजेन्द्र जायसवाल वरिष्ठ समाजसेवी, जनक सिंह गोयल ब्लॉक मेम्बर ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रदीप सिंह सेंगर विकासखंड समन्वयक म.प्र. जन अभियान परिषद विकासखंड सीहोर एवं मास्टर ट्रेनर जया राठौर उपस्थित रहे। विकासखंड समन्वयक प्रदीप सिंह सेंगर ने अवगत कराया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य समाज में पर्यावरण के प्रति सजगता और चेतना को विस्तार देना है। जिससे जन भागीदारी के माध्यम से धार्मिक परंपराओं के साथ माटीकला को संरक्षण मिल सके। इस अभियान के तहत मध्य प्रदेश के 313 विकासखंडों में जन अभियान परिषद के द्वारा कार्यशाला आयोजित की जा रही है। आयोजित कार्यशाला में प्रशिक्षकों के माध्यम से मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षित कर माटी से स्वनिर्मित गणेश प्रतिमा की स्थापना का संकल्प जन जन तक पहुंचाया जाएगा जिससे परंपरागत कला के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण अभियान की गति मिल सके। विकासखंड सीहोर में आयोजित माटी गणेश सिद्ध गणेश कार्यशाला में सहभागिता करते हुए जिला समन्वयक पारुल उपाध्याय द्वारा बताया गया कि म. प्र. जन अभियान परिषद द्वारा सीहोर जिले के पांच विकासखंडों में यह कार्यशाला आयोजित होगी इस कार्यशाला के माध्यम से हम परिषद के नेटवर्क से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित करेंगे। जिससे वह स्वयं की माटी और स्वयं के शुद्ध जल का प्रयोग करते हुए पवित्र माटी गणेश का निर्माण कर सकें और आने वाली गणेश चतुर्थी में अपने घरों में रिद्धि एवं सिद्धि के दाता गणेश की प्रतिमा की स्थापना कर सके। इस अभियान के माध्यम से हमारा यह संकल्प है कि हम जन-जन में पर्यावरण की सुरक्षा का यह विचार पहुंचा कर माटी के गणेश बनाने हेतु ग्रामवासियों को प्रोत्साहित करेंगे साथ ही उन्हें इस बात के लिए भी प्रेरित करेंगे कि वह अपने हाथ से बनाई हुई माटी के गणेश का विसर्जन भी अपने घर के ही आसपास के कुएं या प्रतीकात्मक आंगन में तुलसी के पास बने हुए जल स्रोत पर करें जिससे मुख्य जल स्रोतों पर अनावश्यक भार न पड़े इस अभियान के माध्यम से हम सब यह विचार भी गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए संकल्पित है कि हम प्लास्टर ऑफ पेरिस अथवा अन्य प्लास्टिक से बने हुए गणेश प्रतिमाओं का उपयोग न करें जिसमें केमिकल रंगों का प्रयोग किया गया है क्योंकि विसर्जन के उपरांत यही केमिकल और प्लास्टिक हमारे जल स्रोतों को प्रदूषित करता है परिणाम स्वरुप जल में रहने वाले जीव जंतुओं को इसका दुष्परिणाम भुगतना पड़ता है और उसे जल स्रोत का उपयोग करने वाले प्राणी भी इस जल प्रदूषण का शिकार होते हैं।
आयोजित कार्यशाला को सफल बनाने में वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता ब्रजेन्द्र जायसवाल सहित परामर्शदाता नमृता बरेठा, रवि कुमार सोनी, जितेन्द्र परमार नवांकुर संस्था के प्रतिनिधि राकेश शर्मा, अनिल सक्सेना, दिनेश अहोरिया एवं नवांकुर सखी प्रेरक, प्रस्फुटन समितियों के प्रतिनिधि, सीएमसीएलडीपी के छात्र छात्राओं की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन रवि कुमार सोनी एवं आभार विदोष गौर ने माना।
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