सीहोर जिले मे युफोरिया कपनी ओर पावर मेक कम्पनी के लोगो द्वारा किया नर्मदा नदी से रेत का अवैध तरीके से काम खनिज विभाग के अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधकर बैठे नहीं करते कोई कार्यवाही - Startv9

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Thursday, February 13, 2025

सीहोर जिले मे युफोरिया कपनी ओर पावर मेक कम्पनी के लोगो द्वारा किया नर्मदा नदी से रेत का अवैध तरीके से काम खनिज विभाग के अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधकर बैठे नहीं करते कोई कार्यवाही

सीहोर जिले मे युफोरिया कपनी ओर पावर मेक कम्पनी के लोगो द्वारा किया  नर्मदा नदी से 
रेत का  अवैध तरीके से  काम खनिज विभाग के अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधकर बैठे नहीं करते कोई कार्यवाही

 सीहोर जिले में इन दोनों रेत माफिया अपने मनमाने तरीके से रेत का धंधा चला रहे हैं और जिले के खनिज विभाग के अधिकारी अपनी आंखों पर पट्टी बांधकर बैठे है सीहोर जिले में जितने भी रेत नाके बनाए गए हैं वहां पर डंपरों से रेत की कटिंग होती है लेकिन खनिज विभाग के कोई भी कर्मचारी इन नाकों पर नहीं बैठे रेत ठेकेदार ने अपने कर्मचारी बैठा रखे हैं और जो रेत की कटाई होती है उसे अवैध तरीके से रेत ठेकेदार के कर्मचारी बेच रहे हैं फिर भी खनिज विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है
 यही नहीं इन नाकों पर अवैध वसूली भी की जा रही है बुधनी के गडरिया नाले पर जो नाका बना हुआ है वहां पर डंपरों से रेत की कटिंग की जाती है उसे अवैध तरीके से भोपाल बेची जा रही है लेकिन जिले के खनिज अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं कर पा रहे हैं
वही नर्मदा नदी में अवैध तरीके से 20 से 25 पनडुब्बिया चल रही है इनसे रेत निकली जा रही है जैसे सातदेव,सीलकंठ , तीगाली, अंबा, डीमावार ,बाबरी, और नाव से भी बड़ी मात्रा में रेत निकल जा रही है फिर भी खनिज विभाग के   अधिकारी मौन बैठे हैं
रेत ठेकेदार ने अवैध तरीके से जहाजपुरा में रेत का अवैध स्टॉक कर रखा है वहां पर नदी में पोकलेन और जेसीबी मशीन चल रही है बिना किसी परमिशन के लेकिन अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं
सीहोर जिले से नर्मदा नदी से रेत निकालकर बेची जा रही है और रॉयल्टी दूसरे जिलों की काटी जा रही है लेकिन जिले के खनिज विभाग के अधिकारी अपनी आंखों पर पट्टी बांधकर बैठे हैं जबकि सबसे बड़ी बात यहां है कि जितनी भी रॉयल्टी काटी जाती है उसका पूरा पेमेंट ऑनलाइन होना चाहिए लेकिन रेत ठेकेदार पूरा पेमेंट केश में लेते हैं और सबसे बड़ी बात तो ये ही की शासन द्वारा 250 घन मीटर रॉयल्टी है लेकिन ₹900 घन मीटर में रॉयल्टी दी जा रही है इस तरह राजस्व को और सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा रहा है जबकि पिछले वर्ष जो टेंडर हुआ था उससे कम दाम में इस वर्ष टेंडर हुआ है और रेत ठेकेदार अपने मन माने तरीके से काम कर रहा है और अधिकारी मौन बैठे हैं कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है

इस पूरे मामले पर सीहोर कलेक्टर बालागुरु.के ने बताया कि हमारे द्वारा टीम बना दी गई है लगातार टीम काम कर रही है आपके माध्यम से जो बिंदु बताए गए हैं सभी बिंदुओं को लेकर जिला खनिज अधिकारी से चर्चा करके नियम अनुसार कार्यवाही करते हैं जहां अनियमित पाई गई वहां पर भी हम कार्यवाही करेंगे अब देना ये होगा की जिला प्रशासन इन रेत माफियाओ के खिलाफ कोई करता हे या ये रेत के अवैध खनन यह सिलसिला यु हि  चलता रहेगा

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