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Friday, July 12, 2024

कोई बच्चा स्कूल से वंचित न रहे,बालिकायें 12 वीं तक शिक्षा पूर्ण करें-कलेक्टर

 

कोई बच्चा स्कूल से वंचित न रहे,बालिकायें 12 वीं तक शिक्षा पूर्ण करें-कलेक्टर 

लड़कियों की उच्च शिक्षा सुनिश्चित करने




का संकल्प: 

रायसेन में शुरू हुआ 'पूरी पढ़ाई देश की भलाई' अभियान


रायसेन जिले में बाल अधिकारों के लिए कार्यरत प्रमुख भारतीय गैर-सरकारी संस्था चाइल्ड राइट्स एंड यू (CRY) ने आज रायसेन  जिले में "पूरी पढ़ाई देश की भलाई" अभियान का शुभारंभ किया। इस अभियान का उद्देश्य 12वीं कक्षा तक पूर्ण स्कूली शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।  विशेष रूप से माध्यमिक और उच्च माध्यमिक कक्षाओं में लड़कियों के नामांकन और रिटेन्शन को बढ़ावा देना है।

इस कार्यक्रम में जिला कलेक्टर अरविंद दुबे ने हस्ताक्षर कर हस्ताक्षर अभियान को ओपचारिक रूप से  शुरू किया। कलेक्टर श्री दुबे ने कहा कोई बच्चा स्कूल से वंचित न रहे,सभी को शासन की शिक्षा योजनाओ का लाभ मिले।कोई भी बालिका किसी भी कारण से स्कूल जाना बंद न करे।  उन्होंने बच्चियों को बारहवीं तक अनिवार्य रूप से पढ़ाने पर ज़ोर दिया। इसी क्रम में एएसपी कमलेश खरपुसे,जिला पंचायत अध्यक्ष यशवंत मीणा ने भी हस्ताक्षर अभियान की सराहना करते हुए बालिकाओं की अनिवार्य शिक्षा पर सन्देश दिया।


आत्मनिर्भर भारत के लिए आवश्यक-

CRY की क्षेत्रीय निदेशक सोहा मोइत्राने अभियान के महत्व पर जोर देते हुए कहा- लड़कियों का बारहवीं तक पढ़ना उनके आत्मनिर्भर बनने और देश के विकास के लिए बहुत जरूरी है। प्राइमरी स्कूल के बाद भी लड़कियों की पढ़ाई जारी रहे, इसके लिए हमें ठोस योजना बनानी होगी। इसमें कई बातें शामिल हैं,जैसे सरकार की ओर से अच्छी व्यवस्था,बेहतर स्कूल,वित्तीय प्रोत्साहन, )समाज का साथ और बाल विवाह रोकने के कानून को सख्ती से लागू करना। लेकिन सबसे पहले,हमें लोगों को लड़कियों की शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करना होगा। यह जागरूकता ही हमारे सभी प्रयासों की नींव है।

मोइत्रा ने आगे कहा, “स्कूलों में दाखिले और सुविधाओं में सुधार होने के बावजूद, लड़कियों की पढ़ाई पूरी कराने में अभी भी कई चुनौतियाँ हैं। हमारे ज़मीनी अनुभव से पता चलता है कि समाज,आर्थिक स्थिति और सांस्कृतिक बाधाएँ, सुरक्षा की चिंताएँ और स्कूलों में पर्याप्त सुविधाओं की कमी लड़कियों की पढ़ाई में रुकावट डालती हैं। यह समस्या खासतौर पर हाई स्कूल और इंटर के स्तर पर देखी जाती है। इन कारणों से लड़कियाँ अक्सर स्कूल छोड़ देती हैं, जिससे वे कई तरह के शोषण का शिकार होने के खतरे में पड़ जाती हैं।

व्यापक जागरूकता उद्देश्य-

अभियान की प्रदेश में सहायक समन्वयक रेखा श्रीधर ने बताया कि "पूरी पढ़ाई देश की भलाई" अभियान का उद्देश्य परिवारों और शिक्षकों से लेकर नीति निर्माताओं और कॉरपोरेट तक सभी हितधारकों को शामिल करके व्यापक जागरूकता पैदा करना है। CRY और उसके साथी संघठन इन मुद्दों को संबोधित करने और सभी लड़कियों के लिए शिक्षा पूरी करने को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं,यह मानते हुए कि शिक्षा बालिकाओं के सशक्तिकरण और संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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