सीहोर चंद्रशेखर आजाद शा.स्ना.महाविद्यालय सीहोर के सभागार में जिला स्तरीय हिन्दी प्रेमी सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे सीहोर जिले के विधायक सुदेश राय ,विशेष अतिथि थे जिलाधिकारी चंद्र मोहन ठाकुर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हर्ष सिंह और नगरपालिका अध्यक्ष प्रिन्स राठौर मुख्य वक्ता थे शैलेंद्र तिवारी और ओम दीप राठौर।कार्यक्रम का प्रारम्भ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ साथ ही एन.एस.एस.की स्वयं सेवकों सागर सूर्यवंशी ,अंजु और मुस्कान ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।प्राचार्य डा. उर्मिला सलूजा ने अतिथियों का स्वागत का स्वागत पुष्प गुच्छ और स्वागत भाषण से किया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए डॉ शैलेश तिवारी ने स्वामी विवेकानंद महात्मा गांधी अटल बिहारी वाजपेई स्वामी दयानंद सरस्वती के प्रेरक प्रसंग द्वारा हिंदी भाषा के महत्व का प्रतिपादन किया साथ ही उन्होंने हिंदी मातृभाषा के महत्व को बताया हिंदी भाषा को सम्मान देने के लिए आप लोग क्या कर सकते हैं यह भी बताया उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी जड़ से जुड़ी हुई है तथा विश्व में वर्तमान समय में हिंदी भाषा के बढ़ते हुए महत्व का को भी उन्होंने बताया श्री ओम दीप राठौर ने हिंदी भाषा को भारत की मातृभाषा बताया उन्होंने उन्होंने महादेवी वर्मा की कविता का उदाहरण देकर बताया कि हिंदी कितनी सुंदर सरल और सहज भाषा है जिसमें व्यक्ति अपनी सभी भावनाओं को बड़ी सुंदरता से अभिव्यक्त कर सकता है सम्मेलन के मुख्य अतिथि विधायक सुदेश राय ने हिंदी भाषा में पाठ्यक्रम शुरू करने पर उसके महत्व को बताया तथा बताया कि अपनी मातृभाषा हिंदी किसी भी भाषा से कम नहीं है और उपस्थित विद्यार्थियों का आवाहन किया कि वह अपने देश और अपनी मातृभाषा को कभी ना भूले, उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वह हमेशा हिंदी भाषा का प्रयोग करें ।सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ चंद्रमोहन ठाकुर ने चिकित्सा शिक्षा का प्रारंभ सबसे पहले मध्य प्रदेश में होने पर इसे गर्व की बात बताया , कोई भी पाठ्यक्रम किसी भाषा में शुरू करने पर सबसे ज्यादा जरूरी है कि उस भाषा के पाठ्यक्रम की किताबें उस भाषा में उपलब्ध हों उन्होंने बताया कि इसीलिए 16 अक्टूबर को चिकित्सा और इंजीनियर के लिए हिंदी भाषा के किताबों का विमोचन भोपाल में हो रहा है इसमें देश के गृहमंत्री श्री अमित शाह किताबों का विमोचन करेंगे उन्होंने इसे मध्य प्रदेश के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया कि मध्य प्रदेश में सबसे पहले चिकित्सा और इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रम हिंदी भाषा में उपलब्ध हो रहे हैं और 16 अक्टूबर को भोपाल के प्रोग्राम के लिए सभी विद्यार्थियों से आह्वान किया
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